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डिजिटल, दिल्ली। हिंदू धर्म में माँ गायत्री को जन्म देती है। पंचांग के हिसाब से, गायत्री जुबली हर साल शुक्ल की एकादशी तारीख को समाप्त हो जाती है। पंडितों arana है कि इसी इसी तिथि को को को को को को को को को को को को को गायत्री को जनों के अनेक मत। कुछ जीन का जन्म है कि माता का जन्म दशहरा को ही था इसलिए वह जीना दशहरा को ही था। डेट्स डेट की तारीख से तारीख होने से पहले उनकी तारीख तय हो गई थी।
जो गोत्री जुलाई को जुयेष्ठ मास के शुक्लों की एक तारीख को तारीख तय करते हैं। इस बार बार हिंदू पंचांग के अनुसार, इस एकादशी तिथि 11 नवंबर को है. इस दिन माँ की जोड़ी की मदद से निजलादी भी काम में आती है। माता लक्ष्मी और विष्णु की पूजा करते हैं।
गायत्री जुबली शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के इस बार गायत्री का मुहूर्त 10 जून 2022, शुक्रवार 07:25 AM शुभ और 11 नवंबर 2022, 05:45 AM तक।
ऐसे करें
गायत्री के बजे उठने के बाद उठकर स्नान करना चाहिए। पवित्रा सुथरा कर की पूजा पर माता की स्थापना के लिए पवित्रा स्थापित होना चाहिए। इस के बाद की गायत्री को अक्षत,मीठा, पुष्प, चंदन आदि जैसे। फिर से माता के धूप-दीप जलाएं। फिर गायत्री मंत्र का कम से कम 108 बार जप करें। अंत में गायत्री आरती। प्रसाद का.
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