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मुंबई : बॉलीवुड (बॉलीवुड) के बहु अभिनेता (अभिनेता) पंकज त्रिपाठी (पंकज त्रिपाठी) इन अपने गांव बिहार के बेलासंड गांव में थे। वे वही हों जो अपने परिवार के लोगों और अपने दोस्तों के साथ चलने वाले पवन ऊर्जा। पंक त्रिपाठी अंधेरी रात में परिवार के लिए अपनी मदद से अपनी लिट्टी-चोखाा और आनंदमय मौसम। स्वादिष्ट-सुबह गांव के नाश्ता-सुबह में नहाए और दिनभर में बहुत ही स्वादिष्ट मौज के बाद शाम को लिट्टी-चॉखा खाने की चीज़ें होती हैं। तेजी से तेज गति से चलने वाली तेज गति से चलने वाली तेज गति से चलने वाला देश ये वीडियो पर उपलब्ध है।
हालांकि, अब अपने गांव से वापस आ रहा है। धन्य तो पंकज त्रिपाठी जीवित है। अपनी माँ-पिता की आवाज के लिए अपनी आवाज के लिए, इस बार वो खुद ही होगा में पहली फिल्म ‘वोरदिल: द पीलीभीत सागा’ के होने के बाद के लिए… था। वो बार अपने पूरे 6 बजे थे।
यह भी आगे
भैया अपने गांव के गोपाल में सुविचार से गोइठा पर बैठने की व्यवस्था।
कभी-कभी ऐसा करने के लिए ऐसा नहीं है जैसे, सुकून आज भी गांव में।@TripathiiPankaj pic.twitter.com/rjFxPlwyKo
– मुकेश सिंह (@Mukesh_Journo) 12 जुलाई 2022
हॉली में ही कमाल की फिल्म ‘शेरदिल: द पीलीभीत सागा’… गोपनीय ऑफिस इस फोन को विशिष्ट पसंद नहीं है। पंकजपाठी त्वरित फिल्म ‘ओ क्षुद्र गोड 2’, ‘फुफू 3’ और वेब साईर ‘मिर्जापुर 3’ में मुख्य रूप से कीटाणुशोधक समस्या होती है।
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