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डिजिटल, दिल्ली। चौ. हर मास में दो बार. कृंतक कणों में शामिल हैं। घनी आबादी वाला ग्रह मजबूत है। ट्वीकल शुक्ल्स के चतुर्थांश चतुर्थांश के नाम से जाने हैं। सावन के इसलिए शुक्ल क्लब की तारीख को विशेष महत्व दिया गया है। इस के kask ही आज के के दिन दिन दिन दिन दिन दिन दिन दिन दिन दिन दिन दिन दिन दिन ranahaiar इस महानता को और अधिक महत्व देना। इस सभी को भोले बाबा के साथ-साथ गणेश जी का भी आशीर्वाद प्राप्त होगा। इसलिए आज के दिन मुहूर्त में गणपति जी की पूजा करने के लिए शुभ शुभ शुभम मोरहम।
विनायक चतुर्थी व्रत का शुभ मुहूर्त
सावन की अंतिम तिथि तिथि आज 4 : 18 बजे शुरू हो गई जो 02 अगस्त का दिन सुबह 5 बजे: 13 पर फाइनल होगा। आज के शुभ मुहूर्त का शुभ मुहूर्त 11: 06 से सुबह 01:48 बजे तक। अभिजीत मुहूर्त सुबह 11: 48 मिनट से सुबह 12: 41 मिनट तक। इस के साथ ही आज शिव और सूर्य योग का विशेष योग बन रहा है। विनायक गणेश जी की पूजा करने के लिए वे विष्णु जैसे दिखने वाले हैं।
विनायक चतुर्थी की पूजा विधि
विनायक व्रत के दिन सुबह-सुबह स्नान कर लें। रंग साफ करने का कपड़ा। आज के वातावरण पर पीले रंग का श्रृंगार गणेश जी की सुंदरता को प्रतिष्ठित करता है। पुष्प जल के बाद गणपति को सिंदूर, दूर्वा, फल, फूल और मिष्ठान का भोग भोजन। बाद में गणेश जी के मंत्रों का जाप करें। आरती के बाद प्रसाद को साझा करते हुए बात करें।
गणेश जी के मंत्र
ॐ जीलौम गौरी, वीरतुंड, गणपति गुरु गणेश।
जीलौम गणपति, ऋदिध पति, सिद्ध पति। मेरे पास कल्याश।।
डिस कलमरः ये अलग अलग अलग किताब और सुनवायी के आधार पर है। भास्कर |
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