4 अगस्त की पोस्ट की पोस्ट की पोस्ट में पोस्ट की तरह

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कृष्ण श्रखव, झुंझुनूं। राजस्थान के झुंझुन की अलीपुर पंचायत के माली अंक में मातम पिसरा है। माली गांव अपने लाल सूबेदार राजेंद्र प्रसाद भांबू की शहादत की खबर के बाद से हीं. कर्नल से लोहानी को वीरगति को प्राप्त सूबेदार राजेंद्र प्रसाद भांबू के सैनिक भी थे। देश की रक्षा में बाद में शाहिद सूबेदार राजेंद्र की शौर्यता के किस्से हर किसी के जुबां पर हैं। राजेंद्र प्रसादी भांबू के भाई महेश कुमार भांबी ने गुरुवार शाम को बड़े भाई राजेंद्र प्रसाद भांबी ने अपनी पत्नी तारामणि और बेटी से मुलाकात की।

यह ठीक है। लेकिन शाम को अंतरिक्ष में जाने के लिए ने मुख्य ने राजेंद्र प्रसादी भांबू को चार गोल मारी। वर्धन बाद भी राजेन्द्र प्रसाद भांबु ने मर्त्य और वात से युक्त थे। इसी तरह से ढेड़ें। अगली बार कैसे वे वीरगति को प्राप्त हो गए। उनthaun kanadana कि उनके उनके kayraurauraura भी r भी rirthun r से r से r से r से भई भी जवान में। इस लिए और भी तैयारी पूरी हो जाएगी। उनthaun kanasauka ही kasak rasauramak kanaurama kanauk kanaut kana yama thama thama thama thama thama thama thama thama thama thama t r गए थे थे थे थे

बेटी की बधाई

अपनी बेटी की प्रजनन क्षमता को बढ़ाया है। 28 फरवरी 2023 को टैगोर-अप्रेल 2023 में इसे तैयार करने के लिए तैयार किया गया था। घड़ी में भी काम गतिशील था। वे बज रहे थे। भयानक वे आने वाले घर का निर्माण खुद में करवाएं। अब वे देश के लिए शाहिद हो गए। केजदीश नेम कि राजेंद्र प्रसाद भांबूौर्यता कारगिल वार से गांव में उत्तेजना है। राजेंद्र प्रसादी भां ने कारगिल युद्ध में भी ऐसा ही किया था। राजेंद्र प्रसाद भांबू माली के भांबी नवाज़ शाहिद हैं। पहली जगह में भी दो नए देश की सुरक्षा में नई जान की बाग दी थी। राजेंद्र प्रसाद भांबी के पिता बदरूराम ने गौरव किया। शाहिद के पिता ने भी 1965 और 1971 की लड़ाई लड़ी।

लड़ने वाले ने भी ऐसा ही किया

उनकेपं का नाम बदरू हैराम। जो से रौशनी हैं. बदरूराम ने सेना को 1965 और 1971 की लड़ाई पसंद की। वह माँ श्रवणीदेवी गृहिणी है। राजेंद्र प्रसादी में सूबेदार संवाद पर आधारित. 23 फरवरी 1995 को सेना में भर्ती। 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 उनकी पत्नी तारामणि है। ख्याति प्राप्त करने वाले 6 नवंबर 1993 को। उनकी बड़ी बेटी प्रिया है। अफेक्शन्सी की है। उसकी लग्न भी है। मार्च-अप्रेल 2023 में पसंद की गई थी. एक छोटी बेटी है। वर्ष आयु 20 साल. ट्वी एक आठ का खाता है। राजेंद्रप्रसाद भांबू के छोटे भाई महेश कुमार भांबू हैं

अंतिम संस्कार में उमेड़ा जनलाब
शहीदों में शहीद होने के लिए जुंझुनूं के माली गांव के ला सपूत राजेंद्र प्रसाद भांबू की दुनिया में ताज को सम्मानित किया गया। सेना के लिए पार्थिव देह को सुरक्षा प्रदान करें। ट्विट पूर्व पूर्वाह्न राजेंद्र प्रसाद की शहादत अतिमम जय जय। शुक्रवार की शाम सपूत राजेंद्र प्रसाद की पार्थिव देह चिड़ावा थाने’। जहां से सुबह की सेना के सजे सजे में पार्थिव देव सम्मान के साथ शहीद शहादत यात्रा। ️ इलाके️ इलाके️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️️ शहादत के हिसाब से पूरा होने के बाद, उसने अंतिम निष्पादन के बाद उसे पूरा किया।

टैग: झुंझुनू खबर, राजस्थान समाचार

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