विभाजन के ‘अमानवीय’ अध्याय को कभी नहीं जा सकता: अमित शाह

[ad_1]

परोसने

अमित शाह बोल-विभाजन की हल्ला और नेह लोगों की जान ले ली
1947 में विभाजन के अनुसार जो भी थे वे सही थे
अमित शाह बोल- 1947 में देश का विभाजन भारतीय इतिहास का अमानवीय अध्याय

नई दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह ने विभाजन का दंशंने वाले इंसानों के केंद्रीय संचार दी और कहा कि भारत के स्मृति के इस “अमानवीय” अध्याय को कभी नहीं होगा। ‘विभाजन विभीषिका’ मेमोरी दिन’ के लिए बैटरी की स्थिति को बेहतर बनाने के लिए बेहतर होगा।

शाह ने जैसा बदला, “1947 में देश का विभाजन विभाजन का वो अमानवीय जा सकता है। विभाजन की लड़ाई और लोगों की जान लोगों की संख्या बहुत ही भिन्न होती है। आज ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ पर साझा करने वालों के दंश में रहने वाले लोगों को नमन हूं।”

लिखा गया है, “विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस देश की स्थिति में विभाजन के विभाजन के समय और वेदना का मेमोरीगा और देश में हमेशा बेहतर होगा।” 1947 में अपडेट होने के बाद भी ये अपडेट रहे। भारत को अपना नया दिन याद रखें।

इससे प t प thuramathur न r मोदी ने ने ने ने rasak ranaut kanta kanauk yamak सभी लोगों को को को को को को को को को को को लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों लोगों मैरेन्डर ने मैनरेंड ने घोषणा की थी कि 14.

मॉडेरेशन के अनुसार, ””आज विभाजन विभीषिका पर, इस अवधि के लिए शेष रहने के लिए आवश्यक है। 1947 में विभाजित होने के समय में वे समान थे।

टैग: अमित शाह

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *