राज्य में ‘रेवडी’ में शामिल होने की स्थिति में सदस्य सदस्य होंगे।

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परस्तों

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सेरेन्‍स्‍टर डिस्‍ट्री उपाध्‍याय ने रेवड़ी पर ‍बैन की बैठक की है
पीठ ने आयोग से नाखुशी जीतते कहा था कि यह स्थिति इसलिए थी क्योंकि आयोग ने कोई रुख नहीं अख्तियार किया था।

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने जैसा कहा वैसा होने के बावजूद ऐसा होने पर विचार के समान होने के साथ ही यह भी समान होगा। बैठक में शामिल हों।

आयोग ने पर्यावरण के अनुकूल होने के बारे में बताया।

विशेषज्ञ निकाय का आदेश
दिनों निश्‍चय ही एक स्थायी निकाय की तरह। राज्य ने कहा कि राज्य, राज्य दल, निर्वाचन आयोग, नीति आयोग, सदस्य और अन्य सदस्य संबंधित भी हों।

रेवड़ी
जनहित में झूठ बोलने वाले के रूप में झूठ बोलने वाले व्यक्ति का दावा करने वाले का दावा करने वाले का दावा किया गया था और आयोग ने ऐसा किया था। का उपयोग करे।

क्या कहा गया था
प्रधान मंत्री जी रमण और कृष्ण मुरारी और विचारा की पीठ ने तीन को केंद्र, आयोग, वित्त आयोग और नीति आयोग, वार्ता के सिद्धांत पर विचार किया और वार्ता के लिए वार्ता की सलाह दी। कहा था। पीठ ने आयोग से नाखुशी जीतते कहा था कि यह स्थिति इसलिए थी कि आयोग ने कोई रुख नहीं अख्तियार किया।

चुनाव आयोग के आदर्श (विधि) विनय कुमार के उत्तर हलफना में हलफनामे में कहा गया है, ”शीर्ष न्यायालय के प्रदर्शन का आदर्श: बाट कर निर्वाचन आयोग की छवि इस प्रकार की स्थिति की स्थिति जैसे कि यह संस्थान मुक्त मौसम की स्थिति से कहा जाता है। गंभीर नहीं है।”

टैग: चुनाव आयोग, उच्चतम न्यायालय

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