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लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को कहा कि प्रौद्योगिकी और नवाचार के युग में, भारत के युवाओं को आगे बढ़कर नेतृत्व करना चाहिए और देश को तकनीकी नवाचारों, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और स्टार्टअप जैसे क्षेत्रों में अग्रणी बनाना चाहिए।

मालवीय राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एमएनआईटी) के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि युवा देश का भविष्य तय करेंगे और ‘न्यू इंडिया’ में उपलब्ध अपार संभावनाओं और अवसरों पर जोर दिया।
बिड़ला के हवाले से एक विज्ञप्ति में कहा गया, “यह युवाओं पर निर्भर है कि वे व्यक्तिगत विकास के साथ-साथ राष्ट्र के विकास के लिए अपनी कड़ी मेहनत और नवाचार के माध्यम से इन संभावनाओं का दोहन करें।”
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि भारत को उन युवाओं से काफी उम्मीदें हैं जिनके पास इन उम्मीदों पर खरा उतरने की क्षमता, ऊर्जा और उत्साह है।
बिरला ने छात्रों से वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को पूरा करने के लिए इसे अपना मिशन बनाने के लिए भी कहा। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे अपनी संस्कृति और परंपरा से जुड़े रहें और दूसरों की नकल न करें।
इस बात पर जोर देते हुए कि छात्र और युवा “हमारी संस्कृति और परंपरा के ध्वजवाहक” हैं, बिड़ला ने सुझाव दिया कि उन्हें बड़े सपने देखने चाहिए, कड़ी मेहनत करनी चाहिए और अपनी प्रतिभा और कड़ी मेहनत से आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करना चाहिए।
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