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जयपुर : द प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आरपीएससी के वरिष्ठ शिक्षक पेपर लीक मामले में चल रही अपनी जांच के दायरे में नौकरशाहों और राजनेताओं के रिश्तेदारों सहित कई प्रभावशाली व्यक्तियों को शामिल कर सकता है।
एक सूत्र ने कहा कि एजेंसी की हाल ही में 28 जगहों पर की गई तलाशी में महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए, जिनमें जांच के दायरे को व्यापक बनाने की क्षमता है।
एजेंसी इस मामले में पहले ही दो दर्जन से अधिक लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है और आने वाले दिनों में जांच आगे बढ़ने पर जल्द ही अन्य लोगों से पूछताछ कर सकती है। केंद्रीय एजेंसी की जांच भी राज्य पुलिस की जांच से अलग है क्योंकि ईडी के लिए फोकस के प्राथमिक क्षेत्रों में से एक पेपर लीक रैकेट में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच और बाबू जैसे अभियुक्तों की भूमिका है। लाल कटारा को सवाल लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
सूत्रों ने कहा कि ईडी की जांच संभावित अवैध लेन-देन की भी पड़ताल करती है, जिसने कटारा की आरपीएससी में नियुक्ति को प्रभावित किया हो सकता है। केंद्रीय एजेंसी ने वरिष्ठ शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित करने जैसे आयोग द्वारा उन्हें सौंपी गई कटारा की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों पर भी गौर करना शुरू कर दिया है।
एक सूत्र ने कहा कि एजेंसी की हाल ही में 28 जगहों पर की गई तलाशी में महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए, जिनमें जांच के दायरे को व्यापक बनाने की क्षमता है।
एजेंसी इस मामले में पहले ही दो दर्जन से अधिक लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है और आने वाले दिनों में जांच आगे बढ़ने पर जल्द ही अन्य लोगों से पूछताछ कर सकती है। केंद्रीय एजेंसी की जांच भी राज्य पुलिस की जांच से अलग है क्योंकि ईडी के लिए फोकस के प्राथमिक क्षेत्रों में से एक पेपर लीक रैकेट में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच और बाबू जैसे अभियुक्तों की भूमिका है। लाल कटारा को सवाल लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
सूत्रों ने कहा कि ईडी की जांच संभावित अवैध लेन-देन की भी पड़ताल करती है, जिसने कटारा की आरपीएससी में नियुक्ति को प्रभावित किया हो सकता है। केंद्रीय एजेंसी ने वरिष्ठ शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित करने जैसे आयोग द्वारा उन्हें सौंपी गई कटारा की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों पर भी गौर करना शुरू कर दिया है।
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