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नई दिल्ली/मुंबई। दोस्तों अगर आप चारपहिया वाहन पर सड़क पर दुर्घटना की सोच रहे हैं और एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने जा रहे हैं तो अब आपको अपनी जेब थोड़ी और जुड़ती हुई दी जाएगी। ऐसा इसलिए, क्योंकि अब महाराष्ट्र सड़क राज्य विकास निगम (MSRDC) ने मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे ( मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे) पर महत्वपूर्ण टोल 1 अप्रैल से 18% बढ़ा है, जो देश की पहली ऐक्सेस-नियंत्रित सड़क है। मामले में एमएसआरडीसी ने बताया कि, टोल मलिनकिरण 6% बढ़ रहा है, यह हर तीन साल बाद 18% पर लागू होता है, जैसा कि 9 अगस्त, 2004 को एक सरकारी सूचना में निर्धारित किया गया था।
अब कितना फिट होगा
एमएसआरडीसी के अधिकारियों के मुताबिक, नई टोल कार और जीपी जैसे चौपहिया पहिये के लिए मौजूदा 270 रुपये के बजाय 320 रुपये और मिनी बस और टेम्पो जैसे काफी के लिए मौजूदा 420 रुपये के बजाय 495 रुपये होंगे। वहीं दो-एक्सल ट्रकों के लिए मौजूदा टोल 585 रुपए से बढ़कर 685 रुपए हो जाएगा। बसों के लिए यह 797 रुपए से बढ़कर 940 रुपए हो जाएगा।
वहीं तीन एक्सल ट्रकों को अब 1,380 रुपये के बजाय 1,630 रुपये और मल्टी-एक्सल ट्रकों और छोटे वाहनों को मौजूदा 1,835 रुपये के बजाय 2,165 रुपये का भुगतान करना होगा। इससे महाराष्ट्र सरकार की कमाई और अधिक बढ़ेगी। ऐसे में अब सरकार से महंगा पड़ेगा टोल आम लोगों की जेब पर काफी असर डालेगा।
अब 2026 में नहीं बढ़ेगा टोल
वहीं मिली खबर के मुताबिक, एमएसआरडीसी ने मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर काफी जो टोल 1 अप्रैल से 18% बढ़ाने का फैसला किया है। यह टोल टैक्स 2030 तक अब समान रहेगा, क्योंकि 2026 में 3 साल बाद टोल की आज्ञा में कोई बदलाव नहीं होगा। लगभग 95 किमी लंबा, 6 लेन वाला मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे 2002 में पूरी तरह से चालू हो गया था। इस एक्सप्रेसवे पर पांच टोल प्लाजा है। इनमें से खालापुर और आसगांव प्रमुख हैं। वहीं इसवे एक्सप्रेस से प्रतिदिन लगभग 1.5 लाख वाहन संभवतः हैं।
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