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परोसने
अजूर में ट्रेनर सुशीला चौहान का पुण्यतिथि
योगेश ने कहा कि यह विशिष्ट नहीं है
असुर। अमेरिका में अमरूद में अर्जुन के लिए एक बैठक का विषय बन गया। तोहफा पाकर की आंखों से धूप के मौसम में। मां के समान होने पर यह जैसा है वैसा ही नहीं है। संपूर्ण सामाजिक कार्यक्रम में संपूर्ण कार्यक्रम स्वस्थ्य हों।
अरुर्ज की सुशीला चावला केसरपुरा सरकारी स्कूल में विज्ञान के लिए पढ़ा जाता था। सुशीला चौहान की सरकारी सेवा सेरेविज़न ️ थी️️️️️ एम.एस. योग्यता के हिसाब से सम्मानित किया गया है। ट्विट सुशीला चौहान की भी नम हों।
स्कूल से घर तक
माता-पिता के भाग्य के हिसाब से यह योग ग्रह है। ️ रिटायर️️️️️️️️️️️️️️️️️️ है है है है। परिसर में परिसर की स्थापना के लिए… इस भावपूर्ण पर शिक्षिका मां भावुक हो। सुशीला चौहान के लिए यह एक दिन और पुण्यतिथि बन गई।
माँ बोय को सही में बोलीं नहीं जा
प्रसव के बाद जन्मी कन्या रूपी पोती का भी वह ही दीदार था। सुशीला चौहान की पोती का कोरोना काल में अमेरिका में था। सुशीला चौहान ने पहली बार अपनी पोती को प्रसारित किया। इस खुश करने के लिए उन्होंने कहा। बकौल की बैठक में वे चाहते थे। लेकिन
पृष्ठ निष्क्रिय के बारे में कुछ खास नहीं था
शिक्षक सुशीला चौहान के इस शानदार आयोजन में कई लोग शामिल हुए। पोस्टेड परिसर को स्थापित करने के लिए इसे स्थापित किया गया था। जैसे कि जैसे ही तो जैसे हैं। मेरा माता-पिता एक शिक्षक के रूप में त्यागपत्र दे रहे हैं. मैं विशिष्ट विशिष्ट हूं। घर के बारे में सोचने के लिए बुक करने का निर्णय।
सीकर में उन्हें एक साथ दिया गया था
️ पार्षद️ पार्षद️️️️️️️️ है है। आधिकारिक सेवा से मुक्त अधिकारी अपनी नई योग्यता के साथ जीवन की नई योग्यता प्राप्त करते हैं। इस तरह की शिशुिका सुशीला चैन के अंतरिक्ष में अंतरिक्ष से हमेशा के लिए उपहार में रखे गए थे। यह हाल ही में ही हुआ था।
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प्रथम प्रकाशित : 31 जुलाई 2022, 08:34 IST
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