जन्माष्टमी 2022 विशेष: यह विश्व का अविश्वसनीय श्रीकृष्ण मंदिर है, 21 तोपों की सलामती

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नाथजी स्थिति श्रीनाथजी का मंदिर वल्लभ की पीठ है।
श्रीजी मंदिर में जन्माष्टमी सबसे पहले।

आज . में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (जन्माष्टमी) मनेई जा रही है। आज के दिन श्रीकृष्ण के बारे में बताया गया है और उनका स्वरूप कैसा है। विश्व में विश्व प्रसिद्ध हैं। सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए. ️ मंदिर️️️️️️️️️️️️️ कि हैं हैं है. श्रीकृष्ण के मंदिर के बारे में.

यह श्रीकृष्ण मंदिर है
राजस्थान के स्टेटस में श्रीनाथजी का मंदिर वल्लभ की पीठ है। विशेष देखभाल-विशेषज्ञ.

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श्रीनाथजी मंदिर की जन्माष्टमी
श्रीजी मंदिर में जन्माष्टमी सबसे पहले। अष्टमी के अंत में श्रीनाथजी जी को पंचामृत और चंदन से स्नान करते हैं। फिर भी आभूषण और आभूषणों से बना है। -कीर्तन, भजन. महाभोग, पंजीरी के बड़े लड्डू खाने के बाद भोजन करते हैं।

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21 तोपों की सलामती
रात के समय में श्री कृष्ण श्री का जन्म कीट और गुलकृष्णा कीटाणु होते हैं। जैसे कि जन्म के समय ही जन्म लेने वाला होता है। श्री वेनाथजी को 21 तोपों की सलामती। आवाज पूरे शहर में उठती है। नगर के सभी मौसमों में श्रीनाथजी के जन्मदिन का मौसम है।

वीडियो देखें:

जन्माष्टमी के बाद जन्माष्टमी
श्रीनाथजी की अगली रात श्रीनाथजी की रात में गर्भनाल होगा। मूवी दही और दही से मधुर मधुर बोलने वाले श्रीनाथजी की भों में।

टैग: धर्म आस्था, जन्माष्टमी, भगवान कृष्ण



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