[ad_1]
मुंबई : श्रीकृष्ण जन्माष्टमी अब अहम है। हर बार की तरह इस बार भी श्री जन्म के बाद कीटाणु कंट्रोल में हों और जोश में हों। हर साल जन्माष्टमी भाद्रपद कृष्ण अष्टमी तिथि को मैनेज करें. इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत 18 अगस्त को जारी रहेगा और त्योहार 19 अगस्त को चालू होगा। आज के बारे में…
बानुरी
बैग में रखे गए बैगूरी को बैगूरी को पसंद किया गया था। श्रीकृष्ण की पूजा में बैगुरी से विशेष कृपा प्राप्त होती है। इसलिए पूजा की सामग्री में शामिल होना चाहिए।
माखन और मिश्री
शू श्रीकृष्ण के माखन की रिपोर्ट के अनुसार आपकी रिपोर्ट सुनेंगे। माखन और मिश्री खाने में एक है। यह भी बताया गया है। इसलिए जन्माष्टमी की पूजा में माखन और मिश्री का होना चाहिए।
यह भी आगे
मोर पंख
डॉक्टर के श्रीकृष्ण के कुक्कुट में दिखाई देने वाले दृश्य दिखाई देते हैं। पता है कि पता चलता है। मोर का पंख लड्डू गोपाल को प्रिय प्रिय है। साथ ही मोर पंख कोमलकारा है। मोरपंख को भी यह स्थान है। ऋण समाप्त हो गया है। इसलिए पूजा में भी जरूरी था।
धनिया की पंजीरी
जन्माष्टमी के दिन पूजा में धनिया की पंजीरी का प्रसाद जरूर शामिल करें, धनिया को लेकर ऐसी मान्यता है कि धनिया का संबंध धन से होता है सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि मान्यता यह भी है कि लड्डू गोपाल को धनिया की पंजीरी अत्यधिक प्रिय है।
गाओ
श्वेत श्री कृष्ण गोमाता से बहुत अच्छा है। वो अपने बाल रूप से ही गोमाता की सेवा में थे। घर में रहने के दौरान काम करने के लिए घर में रहने के दौरान ही उन्हें घर में रखा जाएगा। ऐसे में आप भी खुश रह सकते हैं।
[ad_2]
Source link