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-सीमा कुमारी
श्री कृष्ण के जन्म गृह का महापर्व ‘जन्माष्टमी’ (जन्माष्टमी) इस वर्ष 18 अगस्त, शुक्रवार है। पंचांग के आकार, श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद मास के कृष्ण तिथि के अनुसार तिथि के हिसाब से मंगल ग्रह होगा, और वृषभ राशि के नक्षत्र में होगा। हर साल हर साल कृष्ण कृष्ण के जन्म के बाद पूरी तरह से पूर्ण हो जाते हैं। इस दिन भक्ति व्रती ऋत पूरी और सतगुरु श्री कृष्ण की पूजा-.
ज्योतिषाचार्य का दिनांक 18 अगस्त को नियत होगा, जब अगस्त की तारीख नियत होगी, तो अष्टमी की तारीख तय होगी। इस साल श्रीकृष्ण श्रीकृष्ण के जन्म के समय जन्म हुआ।
तिथि तिथि तिथि और शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त
- तिथि तिथि: 18 अगस्त 2022, बृहस्पतिवार
- अष्टमी तिथि तिथि: 18
- अगस्त अगस्त, रात 09: 21 बजे से
- अष्टमी तिथि समाप्त: 19 अगस्त, शुक्रवार रात 10:59
यह भी आगे
विशेष मुहू जन्माष्टमी 2022
- अभिजीत मुहूर्त 12:05 मिनट से 12:56 तक
- वृद्धि: 17 अगस्त, गुरुवार, सुबह 8: 56 से 18 अगस्त, रात्री 8: 41
जन्माष्टमी के दिन
18 अगस्त, सुबह 02: 06 मिनट से 03: 42 मिनट तक
पूजा-विधि
- जन्माष्टमी के दिन 12 बजे श्री कृष्ण का जन्म हुआ।
- इस तरह के कपड़े के कपड़े धोने के लिए अच्छा है।
- रोगन मोरपंख, बानुरी, कुक्ट, चंदन, वैजंयती मलिका, कीट से रोग है।
- फल, फल, मखाने, मक्खन, मिश्री का सेवन, मेवे आदि.
- फिर श्री कृष्ण के सम्मुख दीप-धूप जलाएं।
- श्री कृष्ण के बाल रूप की आरती में थोड़ी देर के लिए और प्रसाद सभी को बांटें।
- साथ ही, गलत होने की गलती करने वाले।
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