चौंकाने वाला | झारखंड भ्रष्टाचार का अजीब मंजर, निर्माण के साथ ही उखड़ रही सड़क, बोले आरईओ साहब- सबकी गलती

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बोकारो

तस्वीर: एएनआई

नई दिल्ली/बोकारो। झारखंड (झारखंड) से मिल रही बड़ी खबर के मुताबिक यहां बोकारो (बोकारो) जिले के चंदनकियारी प्रखंड साबिद पंचायत के तहत इन दिनों प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़क के काम काज चल रहा है। वहीं बड़ी मोड़ से लेकर आसनबनी तिरंगा मोड़ तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनाई जा रही सड़क के निर्माण का अब जमकर विरोध किया है।

दरअसल घुमाव का आरोप है कि सबसे बड़ी मोड़ से लेकर आसनबनी तिरंगा मोड़ तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत तय की जा रही सड़क के निर्माण में भारी विशिष्टता बरती जा रही है। दरअसल 2.18 करोड़ रुपए की लागत से आधा पांच किलोमीटर की इस सड़क के निर्माण में गुणवत्ता को ताक पर बनाए रखने का कार्य किया जा रहा है।

इसके साथ ही यहां पिचिंग के कार्य में मनुष्यों को जिस अनुपात में दिया जाना चाहिए, वह भी नहीं दिया जा रहा है। केस पर स्टेटमेंट का कहना है कि सड़क में अत्यधिक डस्ट का उपयोग किया गया है। रासायनिक कम मात्रा में दिया गया है। यहां गरम पिच नहीं दी गई है और शर्तों में भी काफी कमी बरती गई है। यही कारण है कि सड़क बनने के साथ-साथ अब ये उखड़ने भी लगी है।

उसी तरह सही ने अब जिले के डीसी को पत्र लिखकर सड़क की गुणवत्ता की जांच की मांग की है। डिटेक्ट के अनुसार यहां के आसपास के लगभग 50 गांवों के लोग इस सड़क से जुड़े हुए हैं। इलेक्ट्रोस्टील जाने वाले सभी कर्मी इसी रास्ते से चलकर आते हैं।

दुर्घटना के दावे के विपरीत आरईओ विभाग के अधीक्षण अभियन्ता सरवन कुमार ने उल्टे दावों पर ही सड़क को तय करने का आरोप लगाया है। दरअसल कुमार का दावा है कि सड़क तो सही स्थिति में है। सही ने जानबूझ कर षडयंत्र किया है। सड़क की परत स्वतः ही उखड़ी नहीं लग रही है। मामले पर काल्पनिकता की शिकायत पर बीते शनिवार को मामले की जांच करने के लिए अधिक्षण अभियोगी पहुंचे थे। उनका कहना था कि सड़क निर्माण में गुणवत्ता बरती जा रही है। सटीक भी सही है, लेकिन कहीं-कहीं कमियां जरूर पाई गई हैं। इसके लिए संवेदक को सुधार करने का निर्देश दिया गया है।

वहीं सरवन कुमार ने कहा कि बोकारो में सड़क के उखड़ने की सूचना मिली। इसके लिए सहायक अभियन्ता उसे ठीक नहीं होने देते हैं और भविष्य में इस प्रकार की घटना ना हो।



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