कर्मचारियों के निकाय ने सरकार से एनपीएस विरासत डेटा जमा करने के लिए कहा | जयपुर न्यूज

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जयपुर: द न्यू पेंशन स्कीम एम्प्लॉइज फेडरेशन ऑफ राजस्थान Rajasthan (एनपीएसईएफआर) ने राज्य सरकार से जमा करने का आग्रह किया है एनपीएस राज्य सरकार के प्रमुखों में लगभग 30 करोड़ रुपये की विरासत डेटा – नियोक्ता के हिस्से के लिए राजस्व शीर्ष और कर्मचारी के हिस्से के लिए जीपीएफ-2004 खाता।
राज्य सरकार ने एसआईपीएफ पोर्टल पर ‘अपडेट लेजर’ की उपयोगिता को अपडेट कर लीगेसी डाटा जमा करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। राजस्थान का एनपीएस लीगेसी डेटा देश में सबसे कम है। हम चाहते हैं कि लगभग 30 करोड़ रुपये का लेगेसी डेटा राज्य सरकार के राजस्व मद (नियोक्ता का हिस्सा) और जीपीएफ खाते (कर्मचारी का हिस्सा) में जमा किया जाए। कर्मचारियों के अंश को जीपीएफ खाते में जमा कराने का मामला राज्य मंत्रिपरिषद के स्तर पर विचाराधीन है विनोद कुमारराज्य समन्वयक, एनपीएसईएफआर।
राजस्थान में पिछले साल अप्रैल में पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को बहाल किया गया था।
पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) से प्राप्त एक आरटीआई जवाब से पता चला था कि सरकार के हिस्से (14,171.54 करोड़ रुपये) और राजस्थान के कर्मचारियों के हिस्से (14,167.82 करोड़ रुपये) के बीच लगभग 4 करोड़ रुपये का बेमेल है। राष्ट्रीय पेंशन सिस्टम (एनपीएस) फंड। उत्तर से यह भी पता चला था कि राजस्थान के लिए अब तक निवेश/एनएवी (शुद्ध संपत्ति मूल्य) का कुल मूल्य (मूल राशि +/- लाभ/लाभ/हानि) 40,157.18 करोड़ रुपये था।



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