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कुमार सीमा
नई दिल्ली: सनातन धर्म के पांच वर्ष महादेवी, महादेवी मृत्युंजय शिव शंभु शिव की भक्ति और आराधना के लिए यह अति विशिष्ट विशिष्ट है। इस साल 14 जुलाई, शनिवार से शुरू होने और 11 अगस्त, गुरुवार तक सावन। इस वर्ष सावन का वर्ष 29 वर्ष का होगा।
इस हरियाली अमावस्या (हरियाली अमावस्या 2022), हरियाली तीज (हरियाली तीज 2022), नागपंचमी (नागपंचमी 2022) जैसे कुछ प्रमुख त्योहार भी। गुरुजनों के अनुसार, इस प्रकार के वचनों के अनुसार, हर समय अडचिंग से मुक्ति मिलती है। भविष्य में आने वाले मस्तूल का विशेष महत्व है।
श्रावण मंगल के शुभ योग
- – 18 जुलाई को सावन का पहला मंगल। छुट्टी के दिन छुट्टी का मौसम। ज्योतिष के अनुसार, इस तरह के योग को ‘शोभन’ और ‘रवि’ के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा।
- – सावन का दूसरा 25 जुलाई को। इस दिन ‘समृद्धि व्रत’ होगा। मंगल, प्रदोष तिथि और सावन येसु ही शिव को प्रिय है। साथ ही इस दिन ‘सर्वार्थ सिद्ध योग’।
यह भी आगे
- – सावन का ठंडाई 1 अगस्त तक। इस दिन ‘विनायकी चतुर्थी’ का व्रत किया गया। साथ ही ‘प्रजापति’ और ‘रवियोग’ भी इस घटना में। श्रावण मंगल को चतुर्थी का शुभ फल प्रभामंडल।
- – 8 अगस्त को सावन का आखिरी टेस्ट। दिन ‘पुत्रदादी’ इस व्रत को। ये तारीख विष्णु को प्रिय है। श्रावण को एकादशी व्रत से सभी को नुकसान हो सकता है। इस दिन ‘पद योग’ और ‘रवि योग’ भी बन रहे हैं।
श्रावण और क्या महत्वपूर्ण है
इस का श्रावण ‘श्रवण नक्षत्र’ नाम से है। इस घटना पर ‘श्रवण’ होने की स्थिति में है। ये 27 में 22 नक्षत्र हैं। ग्रह ज्योतिष के अनुसार, नक्षत्र का स्वामी ग्रह है। श्रावण का अर्थ है। अस्तु के स्वांग को खराब करने के लिए मन को नियंत्रित करना होगा। इसलिए श्रावण मास में विशेष रूप से उपयुक्त है।
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