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माजरी (सं). करीब एक सप्ताह से निरंतर जारी मूसलाधार बारिश के कारण माजरी परिसर में बाढ़ का काफी असर देखा जा रहा है. यहां बाढ़ की स्थिति कायम है. मूसलाधार बारिश के कारण माजरी की बस्तियों में पानी घुस गया है. चैतन्य कालोनी, दफाई नं. 1 एवं परिसर के अनेक घरों में पानी घुसने से काफी नुकसान हुआ है. बाढ़ के कारण माजरी सहित आसपास के परिसर में बाढ़ का पानी पहुंच गया है. निरंतर बारिश एवं नदियों में आई बाढ़ से माजरी, माजरी बस्ती, पलसगांव, नागलोन, कोंढा, देऊलवाड़ा एवं भद्रावती गांवों का संपर्क टूट गया है. परिसर में परिस्थिति गंभीर हो गई है. परिसर में खेती का बड़ा नुकसान हुआ है. खेतों में पानी जमा हो गया. फसल बर्बाद हो गई है. कई लोग बाढ़ में फंस गए हैं.
लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला
ग्राम पंचायत सदस्य राकेश दोंतावार एवं स्थानीय युवकों की मदद से वार्ड क्र. 2 में बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया. इस दौरान इन परिवारों ने चैतन्य कालोनी के हनुमान मंदिर में आश्रय लिया है. शिरणा एवं कोराडी नाला खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं. इसके चलते नदी और नाले के किनारे के क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में ग्राम पंचायत एवं प्रशासन द्वारा दिखाई उदासीनता से सभी में नाराजगी है. नदियों का स्तर बढ़ने से बाढ़ में अटके नागरिकों की सुरक्षा के लिए ग्राम पंचायत की ओर से किसी भी तरह की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है. इसमें माजरी ग्राम पंचायत की ओर से केवल खानपान की व्यवस्था की गई है. इस दौरान पीड़ित नागरिकों की मदद के लिए वेकोलि प्रशासन आगे आया है. वेकोलि के नेहरू क्लब में रहने एवं भोजन की व्यवस्था की गई है. पीड़ित नागरिकों को लाने के लिए गाड़ी की व्यवस्था किए जाने की जानकारी वेकोलि के उपमहाप्रबंधक आर.बी. वर्मा ने दी.
नदी किनारे रहने वालों को चेतावनी
पिछले 2 दिनों से निरंतर बारिश शुरू होने से चारों ओर पानी पानी नजर आ रहा है. नदी-नाले उफान पर होने से झरने और ओवरफ्लो बांध पर पर्यटकों की भीड़ बढ़ रही है. किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हो, इसलिए पर्यटकों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है. यहां गोसीखुर्द बांध के सभी दरवाजे खोल दिए गए हैं. इसमें 5 दरवाजे एक मीटर से, जबकि 28 दरवाजे आधा मीटर से खोले गए हैं. इसके चलते बांध से बड़े पैमाने पर पानी छोड़ा जा रहा है. बांध से वर्तमान में 7,000 से 8,000 क्यूसेक्स पानी छोड़ा जा रहा है.
वैनगंगा नदी के किनारे जलस्तर बढ़ रहा है. ऐसे बारिश शुरू रही, तो बाढ़ की संभावना है. इसके चलते प्रशासन द्वारा नदी किनारे के गांव के लोगों को साथ ही नदी किनारे आवागमन करने वाले लोगों को सतर्कता की चेतावनी दी गई है. उचित स्थानों पर स्थानांतरण के निर्देश दिए गए हैं. प्रमुखता से नदी किनारे के गांव अहेरनवरगांव, भालेश्वर, नांदगांव, पिंपलगांव, सोंद्री, सुरबोड़ी, पारडगांव, लाडज गांवों को भी सतर्क रहने की बात कही गई है.
उफान पर बह रहा अमलनाला
शहर के समीप पर्यटन स्थल अमलनाला बांध इस वर्ष निरंतर बारिश होने से शत प्रतिशत भरने से वेस्ट वेयर शुरू हो हुआ है. प्राकृतिक वातावरण का आनंद लूटने के लिए पर्यटक बड़ी संख्या में आते हैं. पिछले वर्ष हुई दुर्घटना को ध्यान में रखकर पुलिस प्रशासन एवं सिंचाई विभाग ने सावधानी बरती है. पर्यटकों को पानी में उतरकर जान धोखे में नहीं डालने का आह्वान पुलिस निरीक्षक सत्यजीत आमले ने किया है.
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