साई ताम्हणकर विशेष साक्षात्कार | टीवी शो ‘पोस्टकार्ड फ्रॉम महाराष्ट्र’ होस्ट करने पर बोलीं सई ताम्हणकर, कहा- ये मेरे लिए बेहद नया अनुभव था

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सई ताम्हणकर (Photo Credits: File Photo)

सई ताम्हणकर (Photo Credits: File Photo)

मराठी से लेकर हिंदी सिनेमा तक, अपनी अदारी से दर्शकों के झुंड में अपनी छाप छोड़ने वाली एक्ट्रेस सई ताम्हणकर इन दिनों नेशनल जियोग्राफिक चैनल के शो ‘पोस्ट फ्रॉम महाराष्ट्र’ को होस्ट करती नजर आ रही हैं।

मुंबई: मराठी से लेकर हिंदी सिनेमा तक, अपनी अदारी से दर्शकों के झुंड में अपनी छाप छोड़ने वाली एक्ट्रेस सई ताम्हणकर इन दिनों नेशनल जियोग्राफिक चैनल के शो ‘पोस्ट फ्रॉम महाराष्ट्र’ को होस्ट करती नजर आ रही हैं। इस शो को लेकर अपनी छवि बोलते हुए सई ने नवभारत से विशेष बातचीत की जहां उन्होंने इस पर काम करने के अपने अनुभव को भी साझा किया। पेश है इस बातचीत के कुछ अंश…

  • इस शो को कारण की कोई अहम वजह?

इस शो के जरिए मुझे उन जगहों पर जाने का मौका मिला जहां मैं आमतौर पर नहीं जा रहा था। इस शो से आपको शिक्षा मिलती है कि हमें जीवन में यात्रा अवश्य करनी चाहिए। मुझे इस शो के जरिए बाहर घूमने और नई-नई जगह देखने का मौका मिलता है, इसलिए मैंने इस शो के लिए हमी भर दी।

  • शो पर प्रॉपर्टी होस्ट काम करने के इस सफर को कितना एन्जॉय किया?

सई ताम्हणकर (Photo Credits: File Photo)

सच बताऊं तो इस शो को शूट करते हुए मैंने इतना मीठा पिया है जितना अपने जीवन में नहीं खाया होगा। मैं ये फाइबर स्‍तब्ध हूं कि अगर हमारे राज्य में ही भोजन में अगर हमारे पास विविध प्रकार के व्यंजन हैं तो पूरे देश में हमारे पास कितने प्रकार के व्यंजन होंगे। इस शो को करने के बार सोलो ट्रिप के लिए मुझे काफी प्रेरणा मिली है और अब मुझे लगता है कि बाहर घूमने को लेकर मेरा आत्म-विश्वास बढ़ा है।

  • शो में आप स्टेट के इन इमेज को एक्सप्लोर करती नजर आएंगी?

आप मुझे बिल्कुल, नाशिक, औरंगाबाद जैसे शहरों में देखें। भूगोल के अनुसार देखें तो ये शहर मिलकर हीरों के रूप हैं। ये शहर न सिर्फ कुछ बल्कि कल्चर के मामले में भी एक-दूसरे से काफी भिन्न हैं। नाशिक जैसे शहर में जहां एक ओर वैमनरी है वहीँ दूसरी ओर त्रिम्बकेश्वर मंदिर भी है। सीजन से लेकर आपस में टकराने के मामले में भी ये शहर काफी अलग हैं।

  • आप स्वयं महाराष्ट्र से हैं, ऐसे में अपने राज्य की खड़िया और संस्कृति को पेश करने में कितना गर्व महसूस होता है?
सई ताम्हणकर (Photo Credits: File Photo)

मुझे बहुत खुशी हुई क्योंकि इस शो के जरिए मैं महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व कर रही थी। इस शो को शूट करने के सफर में मुझे अपने राज्य से जुड़ी कई चीजों की विस्तृत जानकारी मिली और ये मेरे लिए बिल्कुल नया अनुभव था।

  • ओटीटी के आने से कलाकारों का दबाव बढ़ा है क्योंकि लोग अब वर्ल्ड वाइड सामग्री देख रहे हैं, इस पर आपका क्या नजरिया है?

मेरे अनुसार, ये चाप नहीं बल्कि खुशी है कि ओटीटी के कारण कई सारे अभिनेताओं को अपनी प्रतिभा पेश करने का अवसर मिला। मेरे जैसे अभिनेता परफॉरमेंस सेंट्रिक हैं और वे हमेशा अच्छे रोल्स के लिए चलते हैं, उनके लिए ये काफी अच्छा समय है।



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