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जैसलमेर: जिले की दो गायों में खूंखार के लक्षण दिखे गांठदार त्वचा रोगजिनके सैंपल जांच के लिए जोधपुर और भोपाल भेजे गए हैं। साथ ही अजमेर में 15 और पाली जिले में 10 गाय गांठ रोग से ग्रसित पाई गई हैं।
राज्य में पशुपालन विभाग (AHD) अलर्ट मोड पर आ गया है और अपने अधिकारियों को एक एडवाइजरी जारी की है. इस बीच जिलों में टीकों की कमी को देखते हुए अधिकारियों ने अपनी मांग सरकार को भेज दी है, ताकि मवेशियों का टीकाकरण कराया जा सके.
2021 और 2022 में, सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, राजस्थान में 76,030 मवेशियों की गांठदार बीमारी से मृत्यु हो गई। हालांकि वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक थी।
पशुपालन विभाग के उप निदेशक अशोक सुथार ने मामलों की पुष्टि करते हुए कहा कि दो गायों में लक्षण देखे गए हैं और उनकी जांच के लिए टीमें भेजी गई हैं. एहतियात के तौर पर दवाइयां दी गई हैं और पशुपालकों को प्रभावित गायों को अलग रखने की सलाह दी गई है। दोनों गायों के नमूने लेकर जोधपुर और भोपाल की उच्च सुरक्षा वाली पशु रोग निदान प्रयोगशालाओं में भेजे गए हैं।
वर्तमान जानकारी के अनुसार यह पुष्टि हुई है कि अजमेर में 15 तथा पाली जिले में 10 गाय गांठ रोग से ग्रसित हैं। दवाओं का स्टॉक उपलब्ध है। वहीं जैसलमेर शहर के जयनारायण व्यास कॉलोनी व पुलिस लाइन बस्ती में घूम रही गायों में गांठ रोग के शुरूआती लक्षण देखे गए.
राज्य में पशुपालन विभाग (AHD) अलर्ट मोड पर आ गया है और अपने अधिकारियों को एक एडवाइजरी जारी की है. इस बीच जिलों में टीकों की कमी को देखते हुए अधिकारियों ने अपनी मांग सरकार को भेज दी है, ताकि मवेशियों का टीकाकरण कराया जा सके.
2021 और 2022 में, सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, राजस्थान में 76,030 मवेशियों की गांठदार बीमारी से मृत्यु हो गई। हालांकि वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक थी।
पशुपालन विभाग के उप निदेशक अशोक सुथार ने मामलों की पुष्टि करते हुए कहा कि दो गायों में लक्षण देखे गए हैं और उनकी जांच के लिए टीमें भेजी गई हैं. एहतियात के तौर पर दवाइयां दी गई हैं और पशुपालकों को प्रभावित गायों को अलग रखने की सलाह दी गई है। दोनों गायों के नमूने लेकर जोधपुर और भोपाल की उच्च सुरक्षा वाली पशु रोग निदान प्रयोगशालाओं में भेजे गए हैं।
वर्तमान जानकारी के अनुसार यह पुष्टि हुई है कि अजमेर में 15 तथा पाली जिले में 10 गाय गांठ रोग से ग्रसित हैं। दवाओं का स्टॉक उपलब्ध है। वहीं जैसलमेर शहर के जयनारायण व्यास कॉलोनी व पुलिस लाइन बस्ती में घूम रही गायों में गांठ रोग के शुरूआती लक्षण देखे गए.
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