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“के साथ शूटिंग करण और पूरी कास्ट पिकनिक की तरह थी। कब शुरू हुआ और कब खत्म, पता ही नहीं चला (पता ही नहीं चला कब शुरू हुआ और कब खत्म हो गया)। करण ने हमारा बहुत अच्छे से ख्याल रखा। वह इतना अच्छा परवरिश वाला लड़का है। विनम्र और मृदुभाषी। लेकिन वह जानता है कि अपने कलाकारों से वह प्रदर्शन कैसे प्राप्त करना चाहता है जो वह चाहता है।
धर्मेंद्र को करण जौहर के साथ काम करने में इतना समय क्यों लगा? “देखो, जब जो होने को होता है तभी वो होता है। शबाना आजमी और मुझे बिच्छू (1982 में) नाम की एक फिल्म में साथ काम करना था साईं परांजपे निर्देशित करना था। हमने मुहूर्त किया और शूटिंग शुरू होने वाली थी। किन्हीं कारणों से यह कभी बना ही नहीं। और अब यहां हम एक साथ काम कर रहे हैं।”
धर्मेंद्र अपने दोनों प्रतिष्ठित सह-कलाकारों की प्रशंसा कर रहे हैं। “शबाना एक महान कलाकार हैं, दुनिया इसे जानती है। मैंने जया के साथ उनकी पहली फिल्म गुड्डी में काम किया था, जिसमें उन्होंने मेरी फैन की भूमिका निभाई थी। अब उनके साथ फिर से काम करते हुए मुझे लगता है कि मैं उनका फैन हूं।
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