[ad_1]
क्रिकेट है सैफ अली खानका पारिवारिक खेल। सैफ के पिता मंसूर अली खान पटौदी दिग्गज क्रिकेटर थे। सैफ भी प्रोफेशनल क्रिकेटर बनना चाहते थे। लेकिन वह काफी अच्छा नहीं था।
दिलचस्प बात यह है कि उनका बेटा तैमूर एक फुटबॉल प्रशंसक है। सैफ ने इस बात की पुष्टि की है कि तैमूर को क्रिकेट से ज्यादा फुटबॉल का शौक है।
युवावस्था में सैफ ने खुद कुछ फुटबॉल खेलने की कोशिश की थी। “मैंने एक सेंटरफॉरवर्ड बनने की कोशिश की। लेकिन मैं इसमें बहुत अच्छा नहीं था। मैं एक अच्छा राइटबैक था और गोलकीपर के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया। मुझे गोता लगाना बहुत पसंद था। और अब तैमूर परिवार के उभरते हुए फुटबॉलर हैं।
दिलचस्प बात यह है कि सैफ के बड़े बेटे इब्राहिम अपने शानदार दादा के बाद ले लिया है। “वह बहुत अच्छा क्रिकेट खेलता है और आम तौर पर बहुत स्पोर्टी होता है,” सैफ गर्व से बताते हैं।
दिलचस्प बात यह है कि उनका बेटा तैमूर एक फुटबॉल प्रशंसक है। सैफ ने इस बात की पुष्टि की है कि तैमूर को क्रिकेट से ज्यादा फुटबॉल का शौक है।
युवावस्था में सैफ ने खुद कुछ फुटबॉल खेलने की कोशिश की थी। “मैंने एक सेंटरफॉरवर्ड बनने की कोशिश की। लेकिन मैं इसमें बहुत अच्छा नहीं था। मैं एक अच्छा राइटबैक था और गोलकीपर के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया। मुझे गोता लगाना बहुत पसंद था। और अब तैमूर परिवार के उभरते हुए फुटबॉलर हैं।
दिलचस्प बात यह है कि सैफ के बड़े बेटे इब्राहिम अपने शानदार दादा के बाद ले लिया है। “वह बहुत अच्छा क्रिकेट खेलता है और आम तौर पर बहुत स्पोर्टी होता है,” सैफ गर्व से बताते हैं।
[ad_2]
Source link