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लेफ्टिनेंट जनरल कंवल जीत सिंह ढिल्लों (सेवानिवृत्त), जिन्हें प्यार से ‘टाइनी’ ढिल्लों भी कहा जाता है, पुलवामा हमलों और बाद में अनुच्छेद 370 और 35ए के निरस्त होने के दौरान कश्मीर में श्रीनगर स्थित 15 कोर के कमांडर रह चुके थे। राजपुताना राइफल्स के दिग्गज, ढिल्लों को आतंकवाद विरोधी और आतंकवाद विरोधी अभियानों का व्यापक अनुभव है। एबीपी लाइव को दिए इस साक्षात्कार में ढिल्लों ने अपने नए जारी संस्मरण – ‘कितने गाजी आए कितने गाजी गए: माई लाइफ स्टोरी’, पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया प्रकाशन से एक किस्सा साझा किया। जम्मू और कश्मीर में हिंसा जारी रहेगी क्योंकि भारत द्वारा बालाकोट हवाई हमले करने और अनुच्छेद 370 और 35ए को निरस्त करने के बाद पाकिस्तान “हताश” हो गया है, उन्होंने इस विशेष बातचीत में नयनिमा बसु से कहा।
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