खाद्य तेलों का थोक मूल्य 4 रुपये प्रति लीटर घटा; नवीनतम कीमतों की जाँच करें

[ad_1]

आखरी अपडेट: 06 जनवरी, 2023, 12:19 IST

दिल्ली के थोक बाजारों में गुरुवार तक तिलहन की कीमत इस प्रकार है।

दिल्ली के थोक बाजारों में गुरुवार तक तिलहन की कीमत इस प्रकार है।

पहले थोक बाजारों में खाद्य तेलों की कीमत 10-12 रुपये प्रति लीटर थी, जो अब घटकर 6-8 रुपये प्रति लीटर हो गई है।

शिकागो एक्सचेंज में 0.1 फीसदी की बढ़त के बावजूद दिल्ली तिलहन बाजार में गुरुवार को गिरावट देखी गई। मूंगफली तेल को छोड़कर खाद्य तेलों के थोक भाव में चार रुपये प्रति लीटर की गिरावट दर्ज की गई। पहले थोक बाजारों में खाद्य तेलों की कीमत 10-12 रुपये प्रति लीटर थी, जो अब घटकर 6-8 रुपये प्रति लीटर हो गई है। लेकिन तिलहन के खुदरा बाजार में गिरावट का कोई संकेत नहीं दिखा है।

दिल्ली के थोक बाजारों में गुरुवार तक तिलहन के भाव इस प्रकार हैं-

सरसों तिलहन 6,885- 6,935 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली 6,635- 6,695 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलीवरी (गुजरात) 15,650 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल 2,480- 2,745 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल (दादरी) 13,650 रुपए प्रति क्विंटल।

सरसों (पक्की) घानी 2,080- 2,210 रुपये प्रति टिन।

सरसों (कच्ची) घानी 2,140 – 2,265 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलीवरी 18,900- 21,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल मिल डिलीवरी (दिल्ली) 13,650 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलीवरी (इंदौर) 13,500 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डिलीवरी (कांडला) 11,800 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनोला मिल डिलीवरी (हरियाणा) 12,250 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन परिष्कृत, प्रक्षालित और दुर्गन्धित, (दिल्ली) 10,200 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन मिल डिलीवरी (कांडला) 9,200 रुपये (बिना जीएसटी) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना 5,675 – 5,775 रुपये प्रति क्विंटल।

मक्का खल (सरिस्का) 4,010 रुपये प्रति क्विंटल।

बाजार के एक सूत्र के मुताबिक अगले महीने तक मंडियों में सरसों की फसल आने की संभावना है और उत्पादन बंपर रहने की उम्मीद है। सरसों की भरपूर फसल होने के कारण किसान अपना बचा हुआ स्टॉक बाजारों में बेच रहे हैं।

सूत्रों के मुताबिक कम कीमत वाले विदेशी तेलों ने घरेलू तिलहन पर दबाव डाला है। ऐसे में मजबूरी में उन्हें अपनी उपज औने-पौने दामों में बेचनी पड़ती है।

जिन किसानों ने पहले अधिक कीमत अर्जित की थी, वे अपनी उपज को कम कीमत पर बेचना नहीं चाहते हैं। सोयाबीन और बिनौला किसान अपनी उपज को डिस्काउंट पर नहीं दे रहे हैं। सूत्रों के अनुसार डी-ऑयल्ड केक (डीओसी) की मांग के बावजूद सोयाबीन तिलहन के भाव स्थिर हैं। लेकिन लाभ मार्जिन कम होने से सोयाबीन तेल की कीमतों में भी गिरावट आई।

सभी पढ़ें नवीनतम व्यापार समाचार यहां

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *