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कोर्ट कर्मचारी सुभाष मेहरा की संदिग्ध हत्या के विरोध में चल रहे विरोध के बीच द जयपुर पुलिस एनडीपीएस कोर्ट के न्यायिक अधिकारी कृष्णा स्वरूप चालाना के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें एससी / एसटी रोकथाम अधिनियम, 1989 की विभिन्न धाराओं के साथ साजिश, हत्या, अवैध कारावास शामिल है।
न्यायिक कर्मचारी संगठनों ने 24 दिनों से अधिक समय तक विरोध प्रदर्शन करते हुए इसे न्याय की जीत करार दिया। साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की ₹मेहरा के परिवार को 50 लाख मुआवजा
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10 नवंबर को न्यायिक कर्मचारी का अधजला शव जयपुर के भांकरोटा इलाके में चलाना के आवास पर मिला था. मेहरा के रिश्तेदारों ने चालान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि न्यायिक अधिकारी और उनके परिवार के सदस्यों ने मेहरा को मारने के लिए जबरन अपने आवास पर बुलाया।
हत्याकांड की जांच की मांग को लेकर पूरे राजस्थान की अधीनस्थ अदालतों में कोर्ट कर्मचारी अनिश्चितकालीन सामूहिक अवकाश पर चले गए।
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