[ad_1]
जयपुर: सचिन पायलट को ‘देशद्रोही’ कहने के एक दिन बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार को कहा भीमराव अंबेडकर तथा महात्मा गांधी देश और इसके लोगों के लिए काम करने के लिए अनादर और अपमान से ‘प्रेरित’ थे।
यदि अम्बेडकर अपमान न सहा होता, तो वह समाज सुधारक नहीं बनता और इतिहास रचता संविधान, उन्होंने कहा। इसी तरह, महात्मा गांधी भी भारत के स्वतंत्रता संग्राम में डुबकी लगाने के लिए दक्षिण अफ्रीका में हुए नस्लीय भेदभाव से ‘प्रेरित’ हुए थे।
गहलोत जयपुर में राजस्थान शिक्षा संघ (अंबेडकर) के राज्य स्तरीय सम्मेलन में बोल रहे थे।
अम्बेडकर ने संविधान में सभी देशवासियों के लिए समानता के अधिकार को स्थापित किया। महिलाओं को मतदान का अधिकार मिला जबकि अन्य लोकतंत्रों में इसमें अधिक समय लगा। ऐतिहासिक रूप से पिछड़े वर्ग को भी उनकी वजह से आरक्षण का अधिकार मिला। उन्होंने कहा कि अस्पृश्यता जैसी सामाजिक बुराई को संविधान ने अपराध घोषित किया है।
यदि अम्बेडकर अपमान न सहा होता, तो वह समाज सुधारक नहीं बनता और इतिहास रचता संविधान, उन्होंने कहा। इसी तरह, महात्मा गांधी भी भारत के स्वतंत्रता संग्राम में डुबकी लगाने के लिए दक्षिण अफ्रीका में हुए नस्लीय भेदभाव से ‘प्रेरित’ हुए थे।
गहलोत जयपुर में राजस्थान शिक्षा संघ (अंबेडकर) के राज्य स्तरीय सम्मेलन में बोल रहे थे।
अम्बेडकर ने संविधान में सभी देशवासियों के लिए समानता के अधिकार को स्थापित किया। महिलाओं को मतदान का अधिकार मिला जबकि अन्य लोकतंत्रों में इसमें अधिक समय लगा। ऐतिहासिक रूप से पिछड़े वर्ग को भी उनकी वजह से आरक्षण का अधिकार मिला। उन्होंने कहा कि अस्पृश्यता जैसी सामाजिक बुराई को संविधान ने अपराध घोषित किया है।
[ad_2]
Source link